ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए ट्रेन एक्सीडेंट पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शोक जताया है। बाइडेन ने शनिवार को कहा- भारत में ट्रेन क्रैश की खबर दिल तोड़ने वाली है। मेरी और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन की दुआएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने इस हादसे में अपने परिजनों को खोया है। राष्ट्रपति ने कहा- अमेरिका और भारत के लोगों के बीच गहरे रिश्ते हैं। हमारी संस्कृति हमें जोड़ती है। दुख की इस घड़ी में पूरा अमेरिका भारत के लोगों के साथ खड़ा है।
इसके अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ओडिशा में ट्रेन हादसे पर शोक संदेश भेजा। साथ ही UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा सहित दुनियाभर के कई राष्ट्र अध्यक्षों ने दुख जताया हैं।
इस हादसे में अब तक मौत का आंकड़ा 288 पहुंच गया है। वहीं करीब 1100 से ज्यादा यात्री घायल हैं। रेल मंत्री ने एक्सीडेंट की वजह इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव को बताया है।
दुनियाभर के नेताओं ने हादसे पर क्या कहा, पढ़िए…
1. एंटोनियो गुटेरेस, UN सेक्रेटरी जनरल
UN के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस ने कहा- ओडिशा में ट्रेन एक्सीडेंट और लोगों की मौत की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख पहुंचा है। मैं पीड़ितों के परिजनों, भारत के लोगों और सरकार के प्रति संवेदनाएं जताता हूं। मुझे उम्मीद है कि हादसे में घायल हुए लोग जल्द ही स्वस्थ होकर घर लौटेंगे।
2. इमैनुएल मैक्रों, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा- फ्रांस इस दुख के समय में भारत के साथ खड़ा है। हमें उम्मीद है कि स्थिति जल्द सामान्य हो जाएगी।
3. फूमियो किशिदा, जापान के प्रधानमंत्री
जापान के प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा- ओडिशा में रेल दुर्घटना में कई लोगों की मौत और घायल होने की खबर से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। जापान सरकार और यहां के लोगों की तरफ से मैं संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की भी कामना करता हूं।
4. ली सीन लूंग, सिंगापुर के प्रधानमंत्री सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने प्रधानमंत्री मोदी को खत लिखकर अपनी संवेदनाएं जताईं। उन्होंने लिखा- हम उन लोगों के साथ है जिनके परिजनों ने इस हादसे में अपनी जान गंवा दी।
इससे पहले शनिवार सुबह यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी इस एक्सीडेंट पर शोक व्यक्त किया था।
ओडिशा ट्रेन हादसे से जुड़ी ये तस्वीरें भी देखें…
दोनों ट्रेन एक साथ बहानगा स्टेशन पहुंच गईं
ट्रेन नंबर 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 1 जून को सुबह 7:30 बजे बेंगलुरु के यशवंतपुर स्टेशन से चली थी। इसे 2 जून को शाम करीब 8 बजे हावड़ा पहुंचना था। यह अपने समय से 3.30 घंटे की देरी से 6:30 बजे भद्रक पहुंची। अगला स्टेशन बालासोर था, जहां ट्रेन 4 घंटे की देरी से 7:52 पर पहुंचने वाली थी।
वहीं, ट्रेन नंबर 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस 2 जून को ही दोपहर 3:20 बजे हावड़ा से रवाना हुई थी। ये 3 जून को शाम 4:50 बजे चेन्नई सेंट्रल पहुंचती। यह अपने सही समय पर 6:37 बजे बालासोर पहुंची। अगला स्टेशन भद्रक था जहां ट्रेन को 7:40 बजे पहुंचना था, लेकिन 7 बजे करीब दोनों ट्रेन बहानगा बाजार स्टेशन के पास से आमने-सामने से गुजरीं, तभी हादसा हुआ।