अडानी-हिंडनबर्ग मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। दायर याचिका में कहा गया है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट की वजह से इन्वेस्टर्स को लाखों करोड़ों का नुकसान हुआ है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप ऑफ कंपनीज पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए थे। इसके बाद कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। याचिका वकील मनोहर लाल शर्मा की तरफ से दायर की गई है।
दो याचिकाओं पर होगी सुनवाई
गुरुवार 9 फरवरी को मामले में एक और याचिका दाखिल की गई। याचिकाकर्ता वकील विशाल तिवारी ने कहा कि यह मामला राष्ट्र की साख से जुड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में दाखिल पुरानी याचिका के साथ मामले को सुवाई के लिए लिस्ट किया। याचिका में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर जांच की मांग की गई है।
SIT गठित करने की मांग
याचिका में कहा गया है कि देश की गरीमा और संप्रुभता के लिए जांच जरूरी है। इसके अलावा 500 करोड़ से अधिक उच्च शक्ति ऋण के लिए मंजूरी नीति के लिए एक विशेष समिति का गठन करने की मांग की गई है। विशाल तिवारी ने अपनी याचिका में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट अडानी ग्रुप पर लगाए आरोपों की जांच के लिए शिर्ष अदालत के रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच कराए। याचिका में सुप्रीम कोर्ट से विशेष जांच दल (SIT) गठित करने का निर्देश जारी करने की गुजारिश की गई है।
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