पूना(निलेश कांठेड़)। पुण्यनगरी पूना में समता और साधना का संदेश देने वाली समकित के संग समकित की यात्रा ‘जादू’ छाने लगा है। इस वर्ष का चातुर्मास करने के लिए श्रमणसंघीय सलाहकार पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. के सुशिष्य आगमज्ञाता, प्रज्ञामहर्षि, वाणी के जादूगर पूज्य समकितमुनिजी म.सा., प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी म.सा., गायनकुशल जयवंतमुनिजी म.सा. आदि आदि ठाणा के 2 जून को पूना महानगर में प्रवेश के साथ ही तप, साधना व भक्ति का जो माहौल बनना शुरू हुआ वह दिन-प्रतिदिन गहरा होता जा रहा है। पहली बार पूना महानगरी में किसी चातुर्मास का आगाज 1008 सामूहिक तेला तप की साधना से होने वाला है। तपस्या कर कर्मो की निर्जरा करने के धर्मयज्ञ से जुड़ने के लिए सभी उम्र वर्ग के श्रावक-श्राविकाएं उत्साह दिखा रहे है। तेला तप आराधक बनने की होड़ सी लगी हुई है। तप साधना की ‘गंगा’ में डूबकी लगाने के लिए पूज्य समकित मुनिजी म.सा. से मिल रही प्रेरणा से कई श्रावक-श्राविका तो जीवन में पहली बार तेला तप की साधना करने वाले है। इसके लिए प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी म.सा. भी पूना के जिन क्षेत्रों में विचरण कर रहे है वहां घर-घर पहुंचकर प्रेरणा दे रहे है। पूज्य समकितमुनिजी म.सा. आदि ठाणा का वर्ष 2023 के चातुर्मास के लिए श्री आदिनाथ जैन स्थानक भवन पूना में चातुर्मासिक मंगल प्रवेश 25 जून को होगा। तप साधना को समर्पित होने वाले इस चातुर्मास को एतिहासिक बनाने के लिए स्वागत ही एक से तीन जुलाई तक 1008 सामूहिक तेला तप आराधना के साथ होने वाला है। समकितमुनिजी म.सा.के पिछले भीलवाड़ा शांतिभवन के एतिहासिक सफल चातुर्मास का आगाज भी 750 सामूहिक तेला तप आराधना के साथ हुआ था। पूना में जिस तरह समकित की यात्रा में सहभागी बन जिनशासन की सेवा से जुड़ने का उत्साह दिख रहा वैसा माहौल पहले कभी नहीं बना है। युवा दम्पति श्रावक-श्राविकाएं भी इससे जुड़कर तेला तप साधना के लिए उत्साहित है। कई युवा दम्पतियों ने सजोड़ा तपस्या करने के लिए अपने नाम लिखवाएं है। युवा दम्पतियों को तपस्या के महाकुंभ से जोड़ने के लिए “चलो, तेला करते है” अभियान के माध्यम से भी प्रेरणा दी जा रही है।
*आदिनाथ भवन में 25 जून को भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश की तैयारी*
पूज्य समकितमुनिजी म.सा. आदि ठाणा का पूना के श्री आदिनाथ भवन में भव्य एवं गरिमापूर्ण चातुर्मासिक मंगलप्रवेश 25 जून को होगा। श्रीआदिनाथ स्थानकवासी जैन भवन ट्रस्ट पूना के अध्यक्ष सचिन रमेशचन्द्र टांटिया ने बताया कि श्रीसंघ मंगलप्रवेश 25 जून को सुबह 8 बजे मुकुंदनगर में वालचंदजी, भगवानदासजी संचेती के निवास से श्री आदिनाथ स्थानक भवन के लिए जुलूस द्वारा होगा। चातुर्मास में 29 जून से प्रतिदिन सुबह 9 बजे से आदिनाथ भवन में खुशियों को बरकरार रखने के शानदार तरीके बताने वाली समकित यात्री प्रवचनमाला ‘‘कहानी द्रौपदी की-कहानी कर्म की’’ आयोजन होगा। चातुर्मास का विधिवत प्रारंभ 2 जुलाई से होगा। श्रीसंघ के अध्यक्ष टांटिया ने बताया कि बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं तेला तपस्या करने के लिए नाम संघ को लिखवा रहे है। तेला तप करने वालों के पारणे की व्यवस्था श्रीसंघ की ओर से रहेगी। जीवन में हर मोड़ पर खुशियां आपका स्वागत करे इसके लिए 8 से 25 जुलाई तक 18 दिवसीय पुण्य कलश आराधना का आयोजन होगा। इसके तहत एक दिन उपवास एवं एक दिन बिआसना इस प्रकार 18 दिन विधिपूर्वक आराधना होगी।