ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने 2 मई 1980 को एक्टर धर्मेंद्र से शादी की थी। पंजाबी परिवार से आने वाले धर्मेंद्र हमेशा से खाने के शौकीन थे, लेकिन हेमा ने उन्हें इम्प्रेस करने के लिए कभी भी खाना नहीं बनाया। एक्ट्रेस ने खाना बनाना तब सीखा, जब उनकी बेटियां ईशा और अहाना देओल उनके लिए खाना न बनाने को लेकर उनसे नाराज हो गईं।
‘धरम जी को खुश करने के लिए मुझे कुकिंग नहीं करनी पड़ी’- हेमा
द कपिल शर्मा शो के एक ऐपिसोड में हेमा ने बताया था कि उन्होंने धर्मेंद्र से शादी के बाद खाना बनाना नहीं सीखा। एक्ट्रेस ने कहा- ‘मुझे कभी खाना बनाना नहीं पड़ा। धरम जी को खुश करने के लिए मुझे कुकिंग नहीं करनी पड़ी। हम दोनों ज्यादातर वक्त काम में ही बिजी रहते थे।’
‘बच्चे पैदा होने पर एहसास हुआ कुकिंग सीखना जरूरी था’- हेमा
हेमा ने आगे कहा- ‘बेटियों के जन्म के साथ चीजें बदल गईं। फिर जब बच्चे पैदा हुए, तब मुझे एहसास हुआ कि खाना बनाना कितना ज्यादा जरूरी है। जब ईशा स्कूल जाती थी, तो उनके दोस्त उसे दिखाते थे…देखों मेरी मां ने यह बनाया है…मेरी मां ने वह बनाया है। वो उससे पूछते थे कि तुम्हारी मां ने क्या बनाया है? तब वह घर आकर गुस्सा होता और कहती कि आप क्यों कुछ नहीं बना रहीं हैं? यह सुनकर मुझे बुरा लगा और मैंने अपनी मां को फोन किया और उनसे कहा कि आपने मुझे खाना बनाना नहीं सिखाया, इसलिए मुझे परेशानी हो रही है।’
विदेश जाकर मां से हेमा को सीखनी पड़ी कुकिंग
इसके बाद हेमा मालिनी ने विदेश में अपने फैमिली वैकेशन के दौरान खाना बनाना शुरू कर दिया। वह खाना बनाना सीखने के लिए अपनी मां को लंदन से इंडिया बुलाती थीं और अपनी बेटियों के लिए अलग-अलग चीजें बनाया करती थीं। उन्होंने आगे कहा- ‘विदेश में हमारी छुट्टियों के दैरान मैंने पूरी तरह से खाना पकाना सीखना शुरू किया। मैं अपनी मां को लंदन से बॉम्बे बुलाती थी और उनसे पूछती थी कि यह चीजें कैसे बनेंगी।’
शो में हेमा के साथ उनकी बेटी ईशा भी पहुंचीं थीं। उन्होंने कहा- ‘यह सब विदेश में होता था, जहां पर इंडिया खाना खाने का मजा ही कुछ और होता है। अम्मा वहां खाना बनाती थीं और हम रेस्टोरेंट में खाना नहीं खाते थे। हम लंदन में घूमते थे और फिर अपार्टमेंट में आकर अम्मा के हाथ से बना खाना खाते थे।’
हेमा को नहीं बनाना आता ठेठ पंजाबी खाना
बातचीत के दौरान हेमा ने बताया कि उन्होंने कभी भी ठेठ पंजाबी खाना बनाना नहीं सीखा। दरअसल, कपिल ने उनसे पूछा कि क्या उन्होंने कभी भी पराठे नहीं चखे? क्योंकि धर्मेंद्र पंजाब से हैं, जहां ज्यादातर लोग पराठे के शौकीन होते हैं… इस पर उन्होंने जवाब दिया…जब वह हमारे यहां आते हैं, तब वो इडली, सांभर और डोसा खाना पसंद करते हैं।
1980 में धर्मेंद्र ने इस्लाम धर्म अपनाकर की थी दूसरी शादी
दरअसल, 1954 में धर्मेंद्र और प्रकाश कौर की शादी दोनों की परिवारवालों की मर्जी से हुई थी। तब धर्मेंद्र की उम्र 19 साल थी। आगे चलकर कपल सनी देओल, बॉबी देओल, विजेता और अजीता के पेरेंट बने। फिल्मी करियर के दौरान धर्मेंद्र की मुलाकात हेमा मालिनी से हुई और दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया।
धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे, ऐसे में वह हेमा से दूसरी शादी नहीं कर सकते थे। कहा जाता है कि वो अपनी पहली पत्नी को तलाक भी नहीं देना चाहते थे। इसी वजह से एक्टर को अपना धर्म बदलना पड़ा। धर्मेंद्र ने इस्लाम अपनाकर अपना नाम दिलावर खान रख लिया और हेमा ने अपना नाम आयशा बी आर चक्रवर्ती कर लिया। इसके बाद 1980 में दोनों ने निकाह किया।
42 साल बाद भी नहीं गिरी दूरियों की दीवार
धर्मेंद्र की शादी से उनकी पहली पत्नी को धक्का लगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हेमा और प्रकाश अलग-अलग घरों में रहते थे। कहा जाता है कि हेमा की दोनों बेटियों को धर्मेंद्र के घर जाने की इजाजत नहीं थी।