एक महिला अपने तीन बच्चों के साथ टांके में कूदकर सुसाइड कर लिया। हादसे के दौरान घर के सभी लोग खेत पर काम करने गए हुए थे। जब शाम को लाैटे तो हादसे का पता चला।
घटना बीकानेर के पांचू थाना क्षेत्र के स्वरूपसर गांव में गुरुवार शाम 5 बजे की है। हादसे में मां समेत उसकी दो बेटी और एक बेटे की मौत हो गई।
महिला के ससुर केशुराम मेघवाल ने बताया कि इस हादसे में पुत्रवधु नैनी देवी (32) पत्नी गोपीराम और उसकी बेटी पूजा (7), उर्मिला (50) और बेटा भावेश (1) की जान चली गई।
इस दौरान शाम को खेत में आसपास के लोगों ने खबर दी कि उनकी पुत्रवधू बच्चों को लेकर टांके में कूद गई है।
पांचू एसएचओ मनोज कुमार यादव ने बताया कि स्वरूपसर गांव की रोही में गोपीराम अपनी पत्नी नैनी देवी व बच्चों के साथ खेत में ढाणी बनाकर रहता है। परिवार में आपस में अनबन चल रही थी।
गुरुवार को घर के सभी सदस्य दूसरे खेत को जोतने के लिए गए हुए थे। पीछे से नैनी देवी अपने दो बेटी और एक बेटे के साथ पानी की टांके में कूद गई।
घटना की सूचना शाम पांच बजे मिली, तो पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पांचू में स्थित मॉर्च्युरी में रखवाया है।
कीचड़ में फंसे हुए थे सभी के शव
परिवार को लोग गांव के वालों के साथ मौके पर पहुंचे तो चारों के शव पानी के नीचे कीचड़ में फंसे हुए थे। बरसात होने के कारण गोपीराम के खेत मे बने टैंक में बरसाती पानी से भरा हुआ था।
इस कारण तीनों के शव को निकालने में मशक्कत करनी पड़ी। टैंक से नैनी देवी को सबसे पहले और बाद में उसके एक वर्षीय बेटे को निकाला गया, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
पानी अधिक होने के कारण जनरेटर पम्प से पानी निकाला गया। इसके बाद पूजा व उर्मिला के शव निकाले गए। कीचड़ होने कारण शव निकालने में परेशानी हुई।
इस दौरान गांव वालों ने टैंकरों की सहायता से टैंक को खाली किया। इसके बाद चारों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक चारों की मौत हो चुकी थी।
बड़ा बेटा बच गया, जो दादा के साथ गया था
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दो दिन पहले भी पति-पत्नी में झगड़ा हुआ था। मृतका का पति शराब पीने का आदी है। गुरुवार सुबह भी विवाद हुआ। इसके बाद परिवार के लोग पांच किलोमीटर दूर दूसरे खेत चले गए। उनके साथ नैनीदेवी का बड़ा बेटा पुखराज भी गया, जिस कारण से वह बच गया।