निम्बाहेड़ा। राजस्थान की कांग्रेस नीत गहलोत सरकार महंगाई राहत कैम्प के नाम पर राज्य की भोली भाली जनता को बरगला कर वोटों की खेती कर रहे हैं। उक्त आरोप लगाते हुए राज्य के पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया। कृपलानी ने कहा कि यदि राज्य के सीएम गहलोत ईमानदारी से राज्य की जनता को राहत देना चाहते तो उज्ज्वला गैस, चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना, सामाजिक पेंशन, निशुल्क बिजली जैसी योजना के लाभार्थियों को 45 डिग्री तापमान में परेशान नही कर उनकी ऑनलाइन फीडिंग कर सकती थी, लेकिन सरकार की मंशा इसके विपरीत ऑफलाइन फीडिंग करवा आमजन को राहत कम परेशान ज्यादा होना पड़ेगा। कृपलानी ने कांग्रेस सरकार पर इन महंगाई राहत कैम्प के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे की भाजपा सरकार में जहां किसानों को बिजली के बिल में दस हजार रुपये सालाना की राहत दी गई थी, उसे बंद कर चार साल सत्ता का सुख भोगने के दौरान आमजन की याद नही आई, अब चुनाव से ठीक पहले ऐसे राहत कैम्प का कोई औचित्य नहीं है, आने वाले चुनाव में राज्य की जनता ने सत्ता परिवर्तन का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा इन महंगाई राहत कैम्पों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाकर शिविरों का कांग्रेसीकरण किया जा रहा है।
इसी क्रम में पूर्व विधायक एवं विधानसभा संयोजक अशोक नवलखा ने भी महंगाई राहत शिविर को कांग्रेस राहत शिविर बताते हुए कहा कि साढ़े चार साल कुम्भकर्णी नींद में सोई कांग्रेस सरकार को मात्र राजनीति से प्रेरित ऐसे शिविरों से अब राहत नही मिलेगी।
इसी क्रम में पूर्व विधायक एवं विधानसभा संयोजक अशोक नवलखा ने भी महंगाई राहत शिविर को कांग्रेस राहत शिविर बताते हुए कहा कि साढ़े चार साल कुम्भकर्णी नींद में सोई कांग्रेस सरकार को मात्र राजनीति से प्रेरित ऐसे शिविरों से अब राहत नही मिलेगी।